अवाचित पत्र मेरे जो कल तलक खोले नहीं तुमने
समूचा विश्व उनको पढ़ रहा है तुमको सूचित हो...!!
#साभार #क्वीन #पुराने_पत्र
समूचा विश्व उनको पढ़ रहा है तुमको सूचित हो...!!
#साभार #क्वीन #पुराने_पत्र
'क्वीन' कौन है? इस सवाल का जवाब तो मैं भी खोज रहा हूं। मैं तो बस इतना जानता हूं कि यह सामान्य को विशिष्ट बनाने का एक प्रयास है... कोई अलंकार नहीं... सिर्फ सच्ची भावनाएं... तुम थी तो सब कुछ था... तुम नहीं हो तो भी सब कुछ है....लेकिन तब वह 'सब कुछ' अच्छा लगता था लेकिन अब.... #क्वीन